राजा दशरथ रे दरबार,
बाजा बाज रहया,
तिथि नवमी मंगलवार,
बाजा बाज रहया।।
भगवान लियो अवतार,
बाजा बाज रहया,
प्रगटया जग रा करतार,
बाजा बाज रहया,
माता लक्ष्मी रा भरतार,
बाजा बाज रहया।।
बणया छोटा सा राजकुमार,
बाजा बाज रहया,
कियो सब जग रो उपकार,
बाजा बाज रहया,
उतरे सब धरती रो भार,
बाजा बाज रहया।।
आया निरखण ने नर नार,
बाजा बाज रहया,
संग आया ले परिवार,
बाजा बाज रहया,
आया ब्राह्मण संत अपार,
बाजा बाज रहया।।
आया देव ऋषि मुनि द्वार,
बाजा बाज रहया,
आया शिव ब्रह्मादिक द्वार,
बाजा बाज रहया,
सब बोल रहया जय जयकार,
बाजा बाज रहया।।
धरणी पर छायी बहार,
बाजा बाज रहया,
बाजे ढोलक शंख नगार,
बाजा बाज रहया,
संग झांझर की झणकार,
बाजा बाज रहया।।
बांधो घर घर बंधनवार,
बाजा बाज रहया,
करो जीमण री मनुहार,
बाजा बाज रहया,
बरसावो पुष्प अपार,
बाजा बाज रहया।।
राजा दशरथ रे दरबार,
बाजा बाज रहया,
तिथि नवमी मंगलवार,
बाजा बाज रहया।।
स्वर – डॉ. श्री रामप्रसाद जी महाराज।
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