राम के बिना हनुमान अधूरे,
राम के बिना हनुमान अधूरे,
हनुमान के बिना राम अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।
तर्ज – श्याम के बिना तुम आधी।
राम ना होते तो हनुमान ना होते,
एक दूसरे के पुरे काम ना होते,
रह जाते दोनों के काम अधूरे,
रह जाते दोनों के काम अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।
राम है भगवान हनुमान भक्त है,
एक दूसरे में रहते दोनों मस्त है,
भक्त के बिना भगवान अधूरे,
भक्त के बिना भगवान अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।
राम स्वास है तो हनुमान है शरीर,
एक है दाता तो बना दूसरा फ़क़ीर,
श्वास के बिना है जैसे प्राण अधूरे,
श्वास के बिना है जैसे प्राण अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।
जपना तुम राम हनुमान जी का नाम,
राम और काम एक दूसरे समान,
राम नाम बिना ‘निर्वाण’ अधूरे,
राम नाम बिना ‘जुगल’ काम अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।
राम के बिना हनुमान अधूरे,
राम के बिना हनुमान अधूरे,
हनुमान के बिना राम अधूरे,
जय जय श्री राम,
जय जय हनुमान।।