राम सिया राम से,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रणाम,
अरे अंजनी कुमार जी,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से।।
तर्ज – हम तुम चोरी से।
राम हमारे राजा,
सीता माई भी आये,
लक्ष्मण जी हो संग में,
और धनुष बाण भी लाये,
होयेगा रे हमें दर्शन श्रीराम का,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रनाम।।
सम्राट हमारे दशरथ,
और कौशिल्या सी माई,
हनुमत जैसे सेवक,
और भरत शत्रुघ्न भाई,
गाएंगे हम सभी दर्शन श्रीराम का,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रनाम।।
अयोध्या प्यारी नगरी,
के सारे पुरवासी,
सचिव सयाने सारे,
महलों के दास और दासी,
होयेगा जय घोष रे श्री सीताराम का,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रनाम।।
आजाओ राम हमारे,
तुम जन जन के हितकारी,
चहु ओर निराशा दीखे,
हर और दीखे लाचारी,
इन्तज़ार राजेन्द्र को भगवान राम का,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रनाम।।
राम सिया राम से,
नयनाभिरामा से,
कह देना मेरा प्रणाम,
अरे अंजनी कुमार जी,
राम सिया राम सें,
नयनाभिरामा से।।
गीतकार/गायक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
8839262340