राम सृष्टा भी है और सृष्टि भी है,
राम दृष्टा भी है और दृष्टि भी है।।
राम एकांत है राम महफ़िल भी है,
राम रस्ता भी है राम मंज़िल भी है।।
राम जीवन भी है राम मुक्ति भी है,
राम है खोज भी राम युक्ति भी है।।
राम मनहर भी है और मनस्वी भी है,
राम राजा भी है और तपस्वी भी है।।
राम आराध्य है राम आराधना,
राम है साध्य भी राम ही साधना।।
राम मानस भी है राम गीता भी है,
राम है राम भी राम सीता भी है।।
राम है धारणा राम ही धर्म भी,
राम कारण भी है राम ही कर्म भी।।
राम महलों में राम जंगल में है,
राम है शोक में राम मंगल में है।।
राम हर युग में है राम हर पल में है,
राम है आज में राम ही कल में है।।
राम गृहस्थ है राम है संत भी,
राम आरम्भ भी राम ही अंत भी।।
राम सृष्टा भी है और सृष्टि भी है,
राम दृष्टा भी है और दृष्टि भी है।।
Singer / Lyrics – Dr. Kumar Vishwas