रामदेव जी बाबा बेगा पधारो,
सभा थांकी बांट जोवे घणी,
चरण शरण मे राख उबारो,
आप बिना मारो कोन घणी।।
पाठ पुरावा जमो जगावा,
आप आओ धणी मुकट मणि,
अर्जी पे अर्जी लिखा आपने,
या अर्जी मारी सुणो धणी।।
अजमल सुत रामदेव जी बाबा,
मैणादे माता आपकी बणी,
रख सायर ने भूल गया दाता,
या अर्जी लिखा आप तणी।।
वासु देव देवकी जाया,
नन्द बाबा के लीला आप करणी,
सायर सुत मंगनी का लाला,
पडियार हो ग्या भुजंग फणी।।
सुगना बाई बहन लाडली,
ज्यामे विपत्ता आय ठणी,
रतना कि सहाय करि आपने,
भाणेज आपका हीरा कणी।।
चार जुगा से बाट जो रही,
मेगा के मेघड़ी एक जणी,
वचन दिया जो पार लगाओ,
आप बिना बातां अलुणी।।
अखण्ड जोत रखा की बताई,
ऋषिमुनि तपस्या तापे धुणी,
रख मर्यादा राखो धणी रामा,
आप बड़ा हो सैलाणी।।
गोकुल स्वामी अन्तर्यामी,
आपका भगत सदा परमाणी,
लादूदास चरण शरण मे,
आप सदा हो म्हारे अगवाणी।।
रामदेव जी बाबा बेगा पधारो,
सभा थांकी बांट जोवे घणी,
चरण शरण मे राख उबारो,
आप बिना मारो कोन घणी।।
गायक – चम्पा लाल प्रजापति।
मालासेरी डूँगरी 89479-15979