रंग लहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।
दोहा – गाँव सोनाला जावनो,
और लागी मन में आस,
अरे पैदल पैदल जावता,
आयो चैत्र वारो मास।
ए रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो,
ए रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो,
ओ रंग रा लेहरीया,
सोनाला मे होले सूरज ऊगो हा रे,
रंग रा लेहरीया,
सोनाला मे होले सूरज ऊगो,
रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।।
अरे हा रे रंग रा लेहरीया,
कोसेलाव ती पैदल संग तो आवे,
अरे हा रे रंग रा लेहरीया,
कोसेलाव ती पैदल संग तो आवे,
ओ रंग रा लेहरीया,
चेलोजी तो साथे साथे आवे,
ओ रंग रा लेहरीया,
भोपोजी तो साथे पधारे,
रंग रा लेहरीया,
सोनाला मे होले सूरज ऊगो,
रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।।
रंग रा लेहरीया,
भैरव मंडली नाचता पधारे,
रंग रा लेहरीया,
भैरव मंडली नाचता पधारे,
रंग रा लेहरीया,
सोनाला मे दर्शन करवा आवे,
रंग रा लेहरीया,
भेरूजी ने मनावन आवे,
रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।।
अरे हा रे रंग रा लेहरीया,
ढोल नगाड़ा नोपत गहरा बाजे,
रंग रा लेहरीया,
ढोल नगाडा नोपत गहरा बाजे,
रंग रा लेहरीया,
भगतों रा टोला टोला आवे,
रंग रा लेहरीया,
भगतो रा टोला टोला आवे,
रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी में लागो।।
अरे हा रे रंग रा लेहरीया,
दूर दूर सु दर्शन करवा आवे,
रंग रा लेहरीया,
दूर दूर सु दर्शन करवा आवे,
रंग रा लेहरीया,
भेरूजी रे चरना शिश निवावे,
रंग रा लेहरीया,
खेतलाजी रे चरना शिश निवावे,
रंग रा लेहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।।
अरे हा रे रंग रा लेहरीया,
दास कन्हैयो थोरा हरीजश गावे,
मारा भेरूजी,
दास कन्हैयो थोरा हरीजश गावे,
रंग लहरीया,
मारो मनडो खेतलाजी मे लागो।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818