रंगी चुनरिया लाल,
नाम तेरे श्याम पिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
सांवरिया सरकार,
तेरा हमको सहारा है,
तेरे बिना दुनिया में,
कोई ना हमारा है,
तेरी सुरतिया ने छीना है,
मेरा चैन जिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
टेढ़ी मेढ़ी नज़रों से श्याम,
तूने दिल को चुराया है,
रोम रोम बाबा तेरा,
नाम समाया है,
करती हूँ सब अर्पण,
जो कुछ तूने दिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
श्याम हमारी नैया के,
तुम ही सहारे हो,
कर दो बेडा पार तुम ही,
मालिक हमारे हो,
तुम हारे के सहारे,
करो भव पार पिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
आयी ग्यारस की रात,
सजा दरबार निराला है,
भक्तों को लागे प्यारा,
प्यारा खाटूवाला है,
‘प्रशांत’ लिखे जाग्रति पुकारे,
आजा पिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
रंगी चुनरिया लाल,
नाम तेरे श्याम पिया,
बनके जोगन डोलूं,
मैं गली गली तेरी पिया,
रंगी चुनरीया लाल।।
– गायक एवं प्रेषक –
प्रशांत कृष्ण चतुर्वेदी
7055064002