चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलो फागण आयो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
रंग रंगीलो छेल छबीलो,
सांवरियो है म्हारो,
बार बार आंख्या में घूमे,
बाबा मुखडो थारो,
बाजे है ढोल मजीरा,
बाजे है चंग सुरीला,
रंग बसंती छायो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
रंग बिरंगी श्याम ध्वजा,
हाथों में जब लहराएगी,
रींगस से खाटू तक पैदल,
सारी दुनिया जाएगी,
कोई तो घूमर घाले,
कोई तो रंग उछाले,
कोई धमाल देखो गायो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
ऐसी मस्ती कठे मिलेगी,
जो खाटू में आवे रे,
सेठ सांवरो हेलो मारे,
क्यों ना खाटू जावे रे,
बेगा सा टिकट कटा लो,
दर्शन बाबा का पा लो,
म्हारे बाबा रो हेलो आयो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
सालों साल बुलाते रहीजे,
या अर्जी है ‘श्याम’ की,
‘अंजलि’ भी दीवानी हो गई,
बाबा खाटू धाम की,
ग्यारस की रात जगास्या,
बारस ने धौक लगास्या,
हियो म्हारो हरषायो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलो फागण आयो रे,
चलो चलो जी खाटू धाम,
रसिलों फागण आयो रे।।
Singer – Anjali Dwivedi