रोली ल्याऊ मांग मैं घर घर से,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
कुणसा पुण्य करया ये पत्थर,
थारे मंदिर माय लग्या,
ये पत्थर बड़भागी ऐसा,
म्हारे मन में भाव जग्या,
खुल गया म्हारा भाग,
हाथ धर धर के,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
सीढ़ी के पहले पत्थर पर,
झुक झुक मां प्रणाम करा,
आंगनिया में पसरा दादी,
फेर थारो सम्मान करा,
धोए आंगना मां,
नैन झर झर के,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
चुग चुग पत्थर घर ले जाता,
सिर पे पाप चड जायेगा,
मेरे खातिर दादी तेरे,
चरणों से हट जायेगा,
पड़े हुए हैं मां पुण्य,
कर कर के,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
बनवारी मां तेरे गांव के,
कण कण में हैं झलक तेरी,
सबसे पहले इनपर मैया,
पड़ती है ये पलक तेरी,
धरू मैं इनपे पाव,
माँ डर डर के,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
रोली ल्याऊ मांग मैं घर घर से,
सतियो देऊ मांड हर पत्थर पे।।
Singer – Ashish Jalan