रूपादे नागर बेलड़ी,
जमला में आई रे।।
जम्मो जगायो धारू मेघ के,
थाने न्यूत बुलाई वो,
शोकपुरी चंद्रावली,
कलह बरताई वो,
रूपादें नागर बेलडी,
जमला में आई रे।।
कोप्या रावल माल,
हाथा खड़क समाई वो,
रूपादे का रस्ता रोक्या,
धणी बताई वो,
रूपादें नागर बेलडी,
जमला में आई रे।।
अर्ज करूं अजमाल का,
आरोध्य आई वो,
रूपादे का सासा मेट्या,
दाग लगाई वो,
रूपादें नागर बेलडी,
जमला में आई रे।।
गुरु उगमसिंह भेटियां,
सत राय लखाई वो,
रूपादे की विनती,
अमरापुर पाई वो,
रूपादें नागर बेलडी,
जमला में आई रे।।
रूपादे नागर बेलड़ी,
जमला में आई रे।।
गायक – श्योजी राम जी सैनी।
8094953386