रुत आगी रे,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें,
बोलन की रे बतलावण की,
रुत आगी रें।bd।
कई दिना सु उडीक रयो थो,
इब यो फागण आयो जी,
खाटू वालो सब भगता ने,
झालो देर बुलायो जी,
श्याम मिलन की हर एक मन में,
खुशी समागी रे,
रुत आगी रें,
रुत आगी रें,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें।bd।
होली खेलन श्याम के संग में,
रळ मिल के सब आए रया,
रिंगस से खाटू नगरी तक,
रंग गुलाल उड़ाय रया,
खाटू नगरी स्वर्ग सरीखी,
मन ने भागी रे,
रुत आगी रें,
रुत आगी रें,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें।bd।
ग्यारह महीना सुने है सबकी,
फागण में यो बात करे,
तीखा तीखा नैना सु यो,
देखे दिल पे घात करे,
जीपे चलावे तीर नजर का,
वो बड़ भागी रे,
रुत आगी रें,
रुत आगी रें,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें।bd।
संकट पीड़ा दुख तकलीफा,
के बुरो के चोखो रे,
श्याम ने बतला दे तेरो,
सारो लेखो जोखो रे,
हर संकट की राखे बाबो,
हाथ में चाबी रे,
रुत आगी रें,
रुत आगी रें,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें।bd।
खींचो चल्यो आवे जी की,
डोर सांवरो खींचे है,
श्याम लगन में नाचे वो तो,
दोन्यों आंख्या मीचे है,
‘रजनी’ और ‘सोनू’ की भी तो,
किस्मत जागी रे,
Bhajan Diary Lyrics,
रुत आगी रें,
रुत आगी रें,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें।bd।
रुत आगी रे,
बाबा जी से बोलन की,
रुत आगी रें,
बोलन की रे बतलावण की,
रुत आगी रें।bd।
Singer – Rajni Rajasthani
Lyrics – Aaditya Modi Sonu