सबसे पहले मैं लूंगा,
बाबोसा का नाम,
नाम लेते ही बाबोसा का,
बनते मेरे काम,
तो बोलो ॐ बाबोसा।।
बाबोसा की मैंने,
दिल मे ज्योत जगाई,
जन्मों जन्म की इनसे,
मैंने प्रीत लगाई,
इनके आने से जीवन मे,
खुशियाँ छाई,
तो बोलो ॐ बाबोसा।।
बाबोसा तुम मेरी,
लाज बचाते रहना,
मैं पथ से जो भटकूँ,
तुम राह दिखाते रहना,
अपने चरणों में,
थोड़ी सी जगह दे देना,
तो बोलो ॐ बाबोसा।।
बाबोसा की शरण में,
‘दिलबर’ जो भी आता है,
सुख शांति संपति,
धन वैभव यश वो पाता है,
अपनी कृपा दृष्टि,
तुम यु ही बनाये रखना,
तो बोलो ॐ बाबोसा।।
सबसे पहले मैं लूंगा,
बाबोसा का नाम,
नाम लेते ही बाबोसा का,
बनते मेरे काम,
तो बोलो ॐ बाबोसा।।
गायक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365