सच्चे मन से जो प्रभु का,
नाम लेता है,
बनता है हर काम जो,
विश्वास करता है,
हरी ॐ हरी हरी ॐ हरी,
हरी ॐ हरी तू बोल।।
तर्ज – बस यही अपराध मैं।
जिन्दगी के सारे दुखड़े,
तेरी किस्मत है,
जो समय सुख से कटे वो,
उसकी रहमत है,
वक्त है बलवान,
क्यूँ उदास होता है,
बनता है हर काम जो,
विश्वास करता है,
हरी ॐ हरी हरी ॐ हरी,
हरी ॐ हरी तू बोल।।
कौन जाने किसके हाथों,
काम बन जाये,
जाने अनजाने किसी में,
श्याम बस जाये,
उसके होते क्यूँ कोई,
निराश होता है,
बनता है हर काम जो,
विश्वास करता है,
हरी ॐ हरी हरी ॐ हरी,
हरी ॐ हरी तू बोल।।
उस प्रभु का नाम लेकर,
कर्म करता जा,
हो सके जितना भी तुझसे,
धर्म करता जा,
‘बिष्णु’ दुःख को झेलकर भी,
मुस्कुराता है,
बनता है हर काम जो,
विश्वास करता है,
हरी ॐ हरी हरी ॐ हरी,
हरी ॐ हरी तू बोल।।
सच्चे मन से जो प्रभु का,
नाम लेता है,
बनता है हर काम जो,
विश्वास करता है,
हरी ॐ हरी हरी ॐ हरी,
हरी ॐ हरी तू बोल।।
Singer / Upload – Bishnu Thirani
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