साधु भाई बेगम देश हमारा,
बेगम देश वेद से न्यारा,
वहां नही काल पसारा।।
राजा रंक फकीर बादशाह,
सब ने करु पुकारा,
जो तुम आवो परम् धाम से,
वसिये लोक हमारा,
साधु भाईं बेगम देश हमारा।।
जो तुम आवो हल्का होकर,
तजो मान का भारा,
ऐसी रहनी रो मेरे अबधु,
भवजल उतरो पारा,
साधु भाईं बेगम देश हमारा।।
धर नही घघन पवन नही पानी,
चंद सूरज नही तारा,
बिन महताब हाट उजियारा,
सायब के दरबारा,
साधु भाईं बेगम देश हमारा।।
लोक लाज कुल कारण मेटो,
कहो शब्द टकसारा,
कह कबीर सुनो भाई साधो,
जाय लगो किनारा,
साधु भाईं बेगम देश हमारा।।
साधु भाई बेगम देश हमारा,
बेगम देश वेद से न्यारा,
वहां नही काल पसारा।।
गायक / प्रेषक – श्यामनिवास जी।
919024989481
Very nice vani