साईं राम जपोगे तो तर जाओगे,
भक्त़ो को है समझाया,
जीवन यह अगर पाया,
बाबा ने ये समझाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
तर्ज – बता दूँ क्या लाना।
जीवन है ये पानी का रैला,
दो दिन का है बस ये मैला,
साँसो का भी क्या भरोसा है,
दे जाएगी कब ये धोखा है,
कर्म अपने सबही करना,
ईश्वर का भजन करना,
यह बात न बिसरना,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
आए यहाँ हो किस लिए,
नर तन मिला है किस लिए,
जीवन का मकसद भी मिल जाएगा,
जीवन ये तेरा सँवर जाएगा,
दौलत पे न इतराना,
जीवन का क्या ठिकाना,
ये बात न भुलाना,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
साँई बाबा के द्वार पर आजाए,
जो कोई अगर बाबा,
दया उनपे करते है,
झोली भी सबकी वो भरते है,
जो चल के सिरडी आया,
बाबा को सर झुकाया,
फिर उसने भी यह गाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।
भक्त़ो को है समझाया,
जीवन यह अगर पाया,
बाबा ने ये समझाया,
साँई राम जपोगे तो तर जाओगे,
नाम जपोगे तो तर जाओगे।।
– भजन लेखक एवं प्रेषक –
श्री शिवनारायण वर्मा,
मोबा.न.8818932923
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