सज धज के बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे,
चलो नजर उतारे मैया की,
कही आज नजर ना लग जाए,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
मनभावन प्यारी झांकी है,
माँ की सूरत बांकी बांकी है,
नैना सु नैना मिलते ही,
माँ रोम रोम में बस जावे,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
मन मोहवे है मुस्कान सखी,
माँ की सबसे ऊँची शान सखी,
लाल चुनर के जादू से,
भक्तो का मनवा ललचाए,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
माँ करती शेर सवारी है,
ये देवो को प्यारी है,
इनकी महिमा बड़ी भारी है,
चल हम भी दर्शन कर आवे,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
मन भरके दर्शन कर लेंगे,
हम शीश चरण में धर देंगे,
मैया केवट मजधारो की,
चल हम भी पार उतर जाए,
Bhajan Diary,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
सज धज के बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे,
चलो नजर उतारे मैया की,
कही आज नजर ना लग जाए,
सज धज कर बैठी मंदिर में,
भक्तों को मैया हरसावे।।
Singer – Ram Avtar Ji Sharma