सखी री मैं तो जाऊंगी,
बाबा के पास,
घूम रहा है इन अखियन में,
घूम रहा है इन अखियन में,
रूनीचा दरबार,
सखी रे मै तो जाऊंगी,
बाबा के पास।।
बाबा मेरे सपने में आए,
सिर पर हाथ रखा और बोले,
बाबा मेरे सपने में आए,
सिर पर हाथ रखा और बोले,
तेरे भरूंगा भण्डार,
सखी रे मै तो जाऊंगी,
बाबा के पास।।
मैंने सुना है मन मोहती है,
रूनीचा के मद मस्त हवाएँ,
मैने सुना है मन मोहती है,
रूनीचा के मद मस्त हवाएँ,
झूम के आए बाहार,
सखी रे मै तो जाऊंगी,
बाबा के पास।।
कंचन सी काया है बाबा की,
अद्भुत है माया बाबा की,
कंचन सी काया है बाबा की,
अद्भुत है माया बाबा की,
पाट मुरादें अपार,
सखी रे मै तो जाऊंगी,
बाबा के पास।।
सखी री मैं तो जाऊंगी,
बाबा के पास,
घूम रहा है इन अखियन में,
घूम रहा है इन अखियन में,
रूनीचा दरबार,
सखी रे मै तो जाऊंगी,
बाबा के पास।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818
https://youtu.be/PESBmVDCrRs?t=2217