संकट मोचन नाम तिहारो,
मेरे भी संकट टाल,
एक तू ही बलवान रे बजरंग,
हे अंजनी के लाल।।
तर्ज – चांदी जैसा रंग तेरा।
सौ योजन का लांघ समुंदर,
सीता की सुध लाए,
बाग अशोक उजाड़ा तुमने,
मधुर मधुर फल खाए,
जो भी तुमको पकड़ने आए,
उसको मार भगाए,
एक लात में यमपुर भेजा,
वो रावण का दास,
एक तू ही बलवान रे बजरंग,
हे अंजनी के लाल।।
मेघनाथ ने लक्ष्मण जी पर,
शक्ति बाण चलाया,
संजीवन बुटी लाने का,
तुमने बीड़ा उठाया,
रात ही रात में बूटी लाए,
धन्य तुम्हारी माया,
तुमने लखन जिवाये हनुमत,
कर दिया बड़ा कमाल,
एक तू ही बलवान रे बजरंग,
हे अंजनी के लाल।।
राम लखन को चुराके ले गया,
अहिरावण पाताल,
उनकी रक्षा करने खातिर,
पहुंच गए तत्काल,
तेरे सामने बजरंग उनकी,
गली ना कोई दाल,
उनकी बलि चढ़ाकर तुमने,
कर दी उल्टी चाल,
एक तू ही बलवान रे बजरंग,
हे अंजनी के लाल।।
संकट मोचन नाम तिहारो,
मेरे भी संकट टाल,
एक तू ही बलवान रे बजरंग,
हे अंजनी के लाल।।
Singer – Ram Saini
Upload – Ganesh Kumar Purohit
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