संसार दीवाना है,
राधा रमण का,
राधा रमण का।।
मेरे रमण बिहारी की,
हर बात निराली है,
हर बात निराली,
हर बोल तराना है,
राधा रमण का,
राधा रमण का।।
मदमस्त भरे नैना,
अमृत ज्यो बरसे,
अमृत ज्यो बरसे,
ऐसा मुस्काना है,
राधा रमण का,
राधा रमण का।।
यही आस बसूं ब्रज में,
गुरुदेव कृपा से,
गुरुदेव कृपा से,
निशदिन गुण गाना है,
राधा रमण का,
राधा रमण का।।
संसार दीवाना है,
राधा रमण का,
राधा रमण का।।
स्वर – भईया कृष्ण दास जी