साँसों में श्याम तुम ही बसते हो,
मेरी साँसों का तुमसे नाता है,
जीतने वालों की ये दुनिया है,
साथ हारे का तू निभाता है।।
रोज़ करता हूँ तेरा सुमिरन मैं,
ज़िंदगानी तुम्ही तो संवारोगे,
भूल जाऊं मैं सारी दुनिया को,
साथ देकर मुझे तुम उबारोगे,
साथ छोडो ना हाथ पकड़ो मेरा,
राह भटकों को तू दिखाता है।।
फूल हूँ श्याम तेरी बगिया का,
खुशबुओं से मेरा ये नाता है,
मुझको रखले तू अपने चरणों में,
बाबा इसमें तेरा क्या जाता है,
चाहे तू फूल बना शूल बना,
धूल में फूल तू खिलाता है।।
कैसे रीझोगे बाबा ये बतलाओ ना,
सरल पंकज ये तुमको रिझायेगा,
मेरा परिवार तुम ही से चलता है,
हर जनम गुण तेरे बाबा गायेगा,
हारे को जीत दिलाओ बाबा,
तुमसे जन्मो का मेरा नाता है।।
साँसों में श्याम तुम ही बसते हो,
मेरी साँसों का तुमसे नाता है,
जीतने वालों की ये दुनिया है,
साथ हारे का तू निभाता है।।
Singer – Sanjay Pareek