संत सिंगाजी महाराज,
लगय गया बाड़ी,
लगय गया बाड़ी,
सतसंग का बोया बीज,
निमाड़ी निमाड़ी।।
गवलय निमाड़ का माही,
आया अवतारी आया अवतारी,
पिता भीमा जी माता गऊर बाई थारी,
संत आया रे मिजमान,
आया शुभ घड़ी आया शुभ घड़ी,
सतसंग का बोया बीज,
निमाड़ी निमाड़ी।।
निर्गुण भक्ति करि,
करि बड़ी न्यारी करि बड़ी न्यारी,
शरद पूनम को मेलो लगई गया,
भारी अखंड जलती जोत,
महिमा बड़ी रे महिमा बड़ी,
सतसंग का बोया बीज,
निमाड़ी निमाड़ी।।
संत सिंगाजी महाराज,
लगय गया बाड़ी,
लगय गया बाड़ी,
सतसंग का बोया बीज,
निमाड़ी निमाड़ी।।
गायक – मंगल भाई यादव।
प्रेषक – घनश्याम बागवान सिद्दीकगंज।
7879338198