सांवरे बिन तुम्हारे गुजारा नही,
तेरे सिवा कोई हमारा नहीं,
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नही।।
तर्ज – साथिया नहीं जाना की।
जब से देखा सांवरे,
जलवा तुम्हारा,
दिल तुझ पे है वारा,
तेरे हो लिए,
तुमने भी सांवरे,
मेरी राहों से,
चुन चुन कांटे,
फूल बो दिए,
तेरी यह जुदाई गवारा नहीं,
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नही।।
जब जब मैं सांवरे,
दर तेरे आया,
बिन मांगे सब पाया,
झोली भर गई,
इतना मिला मुझे,
जितने के लायक,
मैं नहीं था ऐ मालिक,
आँख भर गई,
कैसे मैं कह दूँ,
तू हमारा नहीं,
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नही।।
मिली मुझ को सांवरे,
सेवा तुम्हारी,
ये अरज हमारी,
ठुकराना ना,
कहता है ‘रोमी’,
अपनी नज़र से,
इक पल के लिए भी,
गिराना ना,
इक पल भी तुझको,
बिसारा नहीं,
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नही।।
सांवरे बिन तुम्हारे गुजारा नही,
तेरे सिवा कोई हमारा नहीं,
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नही।।
गायक – रोमी जी।