सांवरे को अपना बना कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले।।
प्रेमियों के प्रेम का भूखा है मेरा सांवरा,
चाव से है खाता रुखा सुखा मेरा सांवरा,
खाटू वाला सांवरा, खाटू वाला सांवरा,
भाव से तु भोग लगा के देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले,
साँवरे को अपना बना कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले।।
सांवरे की सेवा का है फल बड़ा चोखा,
इनकी दया का है तरीका भी अनोखा,
तरीका भी अनोखा, तरीका भी अनोखा,
सेवा माही मन को लगा कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले,
साँवरे को अपना बना कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले।।
जब जब भक्त ने पुकारा बाबा आया,
बिगड़ी बनाई सारे कष्ट है मिटाया,
कष्ट है मिटाया, कष्ट है मिटाया,
‘चोखानी’ तू श्याम गुण गाके देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले,
साँवरे को अपना बना कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले।।
सांवरे को अपना बना कर देख ले,
मौज ही उड़ाएगा रिझा के देख ले।।
गायक – पंकज पंडित।