मंदिर के अंदर,
जिन्हे तुमने देखा,
उन्हें मन के अंदर,
बिठाकर तो देखो,
दुनिया को अपना,
बनाकर तो देखा,
सांवरिया को अपना,
बनाकर तो देखो।।
तेरी पल में झोली ये,
भर देंगे बाबा,
दुःख दर्द ज़िन्दगी के,
हर लेंगे बाबा,
मिलेगा तुम्हे भी,
इन्ही से सहारा,
चौखट पे दामन,
फैला कर तो देखो।।
बिगाड़ेगा क्या तुम्हारा,
दुखो का समंदर,
हारे के सहारे है,
मेरे श्याम सुन्दर,
बदल देंगे तक़दीर,
पल में तुम्हारी,
चरणों में सर को,
झुका कर तो देखो।।
अवध में धनुष बाण,
धारे हुए है,
वहीँ वृन्दावन में,
बंसी बजाते,
वही राजेश्वर है,
यही श्याम बाबा,
पर्दा भरम का,
हटा कर तो देखो।।
मंदिर के अंदर,
जिन्हे तुमने देखा,
उन्हें मन के अंदर,
बिठाकर तो देखो,
दुनिया को अपना,
बनाकर तो देखा,
सांवरिया को अपना,
बनाकर तो देखो।।
Singer – Niranjan Aacharya