सरस्वती मैया शारदा ने सिमरू,
सिमरूला देव गणेश,
सरस्वती मैया थाने सिमरु,
सिमरूला देव गणेश,
सरस्वती मैया शारदा ने सिमरु।।
कटे विराजे सरस्वती मैया,
कटे विराजे गणेश,
कटे विराजे म्हारा सतगुरु स्वामी,
कटे विराजे भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
घट में विराजे सरस्वती मैया,
मूल कमल में गणेश,
पाठ विराजे म्हारा सतगुरु स्वामी,
वैकुंठ में भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
काई जीमे मारी सरस्वती मैया,
काई जीमेला गणेश,
काई जीमें मारा सतगुरु स्वामी,
काई जीमेला भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
नुकसी जीमे म्हारी सरस्वती मैया,
लाडू जीमें जी गणेश,
लापसी जीमे मारा सतगुरू स्वामी,
भोग लगावे भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
काई देवे म्हारी सरस्वती मैया,
काई देवे गणेश,
काई देवे मारा सतगुरु स्वामी,
काई देवे भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
सुर देवे मां सरस्वती मैया,
रिद्धि सिद्धि देवे गणेश,
ज्ञान देवी मारा सतगुरु स्वामी,
मुक्ति देवे भगवान,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
रामानंद मिल्या गुरु पूरा,
दीया शब्द टकसाल,
कहत कबीर सुनो भाई संतो,
उतरौला भवजल पार,
सरस्वती मैया थाने सिमरु।।
सरस्वती मैया शारदा ने सिमरू,
सिमरूला देव गणेश,
सरस्वती मैया थाने सिमरु,
सिमरूला देव गणेश,
सरस्वती मैया शारदा ने सिमरु।।
गायक – सुरेश लोहार जी।
प्रेषक – Pukhraj Patel Banta