सतगुरु चरणा कोलो,
कदे दूर हटावी ना,
तू मैंनू विसर जावे,
ऐसा दिन आवे ना,
सतगुरु सतगुरु सतगुरु,
सतगुरु सतगुरु।।
कर्मा विच लिखदे तू,
साडा मिलना जुलना,
आके दर तेरे ते मस्तक,
अपणा धरणा तू,
साडीयाँ भुल्लां नु,
कदे चेते लावी ना,
तू मैंनू विसर जावे,
ऐसा दिन आवे ना,
सतगुरु सतगुरु सतगुरु,
सतगुरु सतगुरु।।
मतलब दी दुनिया ऐ,
जग एक तमाशा ऐ,
गल हो जावे हल तां,
सबने छड जाना ऐ,
हुन सानू छड के दाता,
कदे दूर तू जावी ना,
तू मैंनू विसर जावे,
ऐसा दिन आवे ना,
सतगुरु सतगुरु सतगुरु,
सतगुरु सतगुरु।।
सुख दुख सब तेरे ने,
कुझ वी नई मेरा ऐ,
मेरे विच कुझ मेरा नई,
दाता सब तेरा ऐ,
सुन अर्ज मेरी फ़रियदा,
कदे दुख विच पावी ना,
तू मैंनू विसर जावे,
ऐसा दिन आवे ना,
सतगुरु सतगुरु सतगुरु,
सतगुरु सतगुरु।।
सतगुरु चरणा कोलो,
कदे दूर हटावी ना,
तू मैंनू विसर जावे,
ऐसा दिन आवे ना,
सतगुरु सतगुरु सतगुरु,
सतगुरु सतगुरु।।
ॐ नमः शिवाय।
गुरुजी सदा सहाय।
Lyricist – Nitin Diwan
8700701333
Singer – Deepak Mundriya
https://youtu.be/5R0RD6mKG3o