सतगुरु जी बेगा आवो जी,
हरो हमारी पीर,
हरो हमारी पीर,
दयालु हरो हमारी पीर।।
सतगुरु आवो शब्द सुनाओ,
मुझे बंधाओ धीर,
मझधार में नांव हमारी,
कर दो पेले तीर।
सतगुरु जी बेगा आओ जी,
हरो हमारी पीर।।
कुमाता हरो सुमता बक्शो,
बक्शो ज्ञान गमीर,
काम क्रोध मार हटाओ,
ताक लगाओ तीर।
सतगुरु जी बेगा आओ जी,
हरो हमारी पीर।।
लख चौरासी में घणो दुःख पायो,
धार धार शरीर,
आशा तृष्णा पकड़ गेरो,
मोह तणा जंजीर।
सतगुरु जी बेगा आओ जी,
हरो हमारी पीर।।
गोकुल स्वामी सतगुरु देवा,
अर्ज सुणो अमीर,
लादूदास पर कृपा किज्यो,
भिक्षा मांगे फकीर।
सतगुरु जी बेगा आओ जी,
हरो हमारी पीर।।
सतगुरु जी बेगा आवो जी,
हरो हमारी पीर,
हरो हमारी पीर,
दयालु हरो हमारी पीर।।
– गायक / प्रेषक –
चम्पा लाल प्रजापति जी।
मालासेरी डूँगरी 89479-15979