सतगुरु जी ओल्यू आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे,
मोहनपुरीजी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे,
पल पल याद सतावे रे,
म्हाने रेण दिवस तडपावे रे।।
सतगुरु म्हारा अंतरयामी हो ओ,
सतगुरु म्हारा अंतरयामी,
सत्य लोक का आप हो स्वामी,
सत्य लोक का आप हो स्वामी,
थे तो शिव रा अंश अवतारी ओ,
म्हारी लिवना आप सु लागी रे,
थे तो शिव रा अंश अवतारी ओ,
म्हारी लिवना आप सु लागी रे,
सतगुरु जी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे।।
ओलु आवे जीव दुख पावे हो ओ,
ओलु आवे जीव दुख पावे,
मोहनपुरीजी री याद सतावे,
मोहनपुरीजी री याद सतावे,
स्वामी रोम रोम मे समाया रे,
गुरू ब्रह्म लोक सिदाया रे,
स्वामी रोम रोम में समाया रे,
गुरू ब्रह्म लोक सिदाया रे,
मोहनपुरीजी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे।।
भगवा भेंट गले गुरू माला हो ओ,
भगवा भेंट गले गुरू माला,
सतगुरु म्हारा दीनदयाला,
सतगुरु म्हारा दीनदयाला,
म्हारी भेद भरमना भागी रे,
म्हारी सुरत आप सु लागी रे,
म्हारी भेद भरमना भागी रे,
म्हारी सुरत आप सु लागी रे,
सतगुरु जी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे।।
रित पुरानी प्यारी ज्यारी हो ओ,
रित पुरानी प्यारी ज्यारी,
सतगुरु चरणे राखो म्हाने,
सतगुरु चरणे राखो म्हाने,
थारो श्याम पालीवाल गावे रे,
चरनो मे दौड्यो आवे रे,
थारो श्याम पालीवाल गावे रे,
चरनो मे दौड्यो आवे रे,
मोहनपुरीजी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे।।
सतगुरु जी ओल्यू आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे,
मोहनपुरीजी री ओलु आवे रे,
म्हाने पल पल याद सतावे रे,
पल पल याद सतावे रे,
म्हाने रेण दिवस तडपावे रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818