सतजुग में श्रीयादे माता,
हरि से ध्यान लगाई ओ,
कुम्हारो रे कुल री दैवी,
भक्त श्रीयादे माई।।
श्रीयादे माला में बेठा,
बच्चियां आवा रे माई,
मेहु मेहु करती फरे मंझारी,
आसुड़ा टपकाईं।।
राम नाम रणुकार सुणयो,
जद आयो प्रहलादो भाई,
मारे पिताजी रो हुकम चलें,
नाम छोड़ दें बाई।।
मारा पिवजी निवाड़ो लगायों,
बच्चीया आवा माई ऐ,
बच्चीया म्हारो राम बच्चावे,
दिना नाथ गुसाईं।।
श्रीयादे संको नहीं किनो,
दीनों न्याव खोलाई,
ऊपर अग्नि पहुंच गईं,
बिच में बाग़ लगाईं।।
किण नाम सु बच्चियां ऊबरीया,
काई नाम लियो माई,
ऐड़ो मन्तर मां मने बतादे,
मैं पुत्र तुम माई।।
ओम् नाम सु बच्चियां ऊबरीया,
हरी नाम लियो भाई,
इण नाम सु घणा नर तरीया,
वेद पुराणो में गाई।।
भक्त प्रहलादो रटें राम ने,
थम्भ दियों तपाईं,
खम्भ फाड़ हिरण्यकश्यप मारयो,
नृसिंह रूप बणाई।।
मां श्रीयादे पार पहुंच गया,
सतजुग रे माई,
मगाराम प्रजापत गावे,
सिवरे ज्यों रो सांई।।
सतजुग में श्रीयादे माता,
हरि से ध्यान लगाई ओ,
कुम्हारो रे कुल री दैवी,
भक्त श्रीयादे माई।।
Singer / Lyrics – Magaram Prajapat
9783332681