सांवरिया अब तो थे नालो,
ओ साँवरिया अब तो थे नालो,
भगता पे विपदा आई है,
अब तो थे आवो,
साँवरिया अब तो थे नालो।।
भगता रे कारण ओ सांवरिया,
नाना रूप धारो,
वो सांवरिया नाना रूप धारो,
भगता पे विपदा आई है,
अब तो थे नालो,
सांवरिया अब तो थे आवो,
सांवरिया अब तो थे आवो।।
भीड़ पडीं जद नरसी जी में,
गाड़ी आप चलावो सांवरिया,
गाड़ी आप चलावो,
छप्पन करोड़ को लाया मायरो,
नानी भात भरायो,
साँवरिया अब तो थे नालो,
साँवरिया अब तो थे नालो।।
नामदेव को छपरो नंदा,
नाई के आया वो सांवरिया,
नाई के आया,
करमा को यो खिचड भायो,
रूज रूज भोग लगायो,
साँवरिया अब तो थे नालो,
साँवरिया अब तो थे नालो।।
दास ‘देव` की अरज विनती,
भगता ने संभालो सांवरिया,
भगता ने संभालो,
भुल चुक ने माफी दिज्यो,
कई बिगड़े थारो,
साँवरिया अब तो थे नालो,
साँवरिया अब तो थे नालो।।
सांवरिया अब तो थे नालो,
ओ साँवरिया अब तो थे नालो,
भगता पे विपदा आई है,
अब तो थे आवो,
साँवरिया अब तो थे नालो।।
गायक / लेखक – देव शर्मा आमा।
8290376657