सांवरिया के सेवक है हम,
श्याम नाम मस्ताने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने,
श्याम सहारा हम भक्तो का,
कोई माने या ना माने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने।।
हाथ पकड़ कर भक्तों के ये,
साथ साथ ही चलता है,
हारे का है ये साथी सांवरा,
सारा जमाना कहता है,
अपने सच्चे प्रेमी को,
अपने सच्चे प्रेमी को,
मेरा सांवरिया पहचाने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने।।
हम भक्तों का रोम रोम बस,
श्याम श्याम ही बोले,
श्याम नजर आता है हमको,
जब भी पलके खोले,
हम पे चढ़ी है श्याम खुमारी,
ये दुनिया क्या जाने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने।।
तू चाहे जिस हाल में रखे,
हम को कोई फिकर नहीं,
तेरे रहते हम नहीं डरते,
हम पे कोई असर नहीं,
तेरे भरोसे ‘सौरभ मधुकर’,
तेरे भरोसे ‘सौरभ मधुकर’,
सोए खूटी ताने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने।।
सांवरिया के सेवक है हम,
श्याम नाम मस्ताने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने,
श्याम सहारा हम भक्तो का,
कोई माने या ना माने,
हम है श्याम दीवाने,
हम है श्याम दीवाने।।
स्वर – सौरभ मधुकर जी।