सांवरिया मने दासी,
बना लीजो।
दोहा – जै मैं ऐसा जानती,
प्रित किया दुःख होय,
नगर ढिंढोरा पीटती,
प्रित ना करीये कोय।
साँवरिया माने,
मंदिर जाती ने,
राणो बरजे सा,
सांवरिया मने दासी,
बना लीजो।।
सांवरिया मैं तो मेडतो छोडयो ने,
पुष्कर आई सा,
राधा रा रसिया दासी,
बना लीजो।।
सांवरिया थे तो मुरली बजाओ,
निंद्रा ऊड जावे,
मीरा रा मोहन,
दासी बना लीजो।।
सांवरिया थाने वेगा बुलाया,
मोडा आया ओ,
राधा रा रसिया,
दासी बना लीजो।।
सांवरिया माने थारोड़े,
चरणा में चित लागो,
मन मोहन माने,
दासी बना लीजो।।
साँवरिया माने,
मंदिर जाती ने,
राणो बरजे सा,
साँवरिया मने दासी,
बना लीजो।।
देखे – म्हारा सांवरिया थारी बाता लागे मीठी।
स्वर – सावरी बाई।
प्रेषक – प्रदीप मेहता झाडोल।
9414830301