सांवरिया रे मंदिर में,
बाजे ओ ढोल,
भगत गणा ये नाचता,
ठाकुर जी का मंदिर में,
बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
ठाकुर जी रा खूब सजा,
सोला श्रृंगार,
दर्शन कर मन नाचता,
हो खूब सज्या श्रृंगार,
श्याम का खुब सज्या श्रृंगार,
श्याम का मंदिर में,
बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
श्याम थाके फूला वाला,
लाया हार,
भगता रे बेगा आवजो,
हो बेगा बेगा आवज्यो जी,
बेगा बेगा आवज्यो जी,
मंदिर में बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
श्याम थाने लुळ लुळ,
शिश नवावा नाथ,
दे दर्शन दुख मेटज्यो,
हो बेगा बेगा आवज्यो जी,
बेगा बेगा आवज्यो जी,
मंदिर में बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
देव थाको आमा वालो,
गायो जोड,
भगता रा कारज सारज्यो,
हो बेगा बेगा आवज्यो जी,
बेगा बेगा आवज्यो जी,
मंदिर में बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
सांवरिया रे मंदिर में,
बाजे ओ ढोल,
भगत गणा ये नाचता,
ठाकुर जी का मंदिर में,
बाजे वो ढोल,
भगत गणा ये नाचता।।
गायक / प्रेषक – देव शर्मा आमा।
8290376657