सांवरिया सरकार मेरे प्यारे,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे,
मेरी जीवन नैया के तुम रखवारे,
शीश के दानी लखदातार हमारे।।
जब मीरा ने नाम रटा था,
तुमने उनको तारा था,
समा के विष के प्याले में,
विष को अमृत कर डाला था,
नाम अमर मीरा का तुम कर डाले,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे।।
जब द्रौपदी टेर लगाई,
नंगे पैरो दौड़ा था,
लाज बचा कर बहना की,
भाई का फ़र्ज़ निभाया था,
भरी सभा बहना का चीर बढ़ाये,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे।।
भिक्षुक बन मित्र सुदामा,
तेरे द्वारे आया था,
अंसुवन से चरणों को धो कर,
उनको गले लगाया था,
दूर किये है उनके संकट सारे,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे।।
छाई घनघोर घटाएं,
और दुःख का भी अँधियारा था,
‘रितु’ के हर संकट को,
बाबा तुमने ही टाला था,
‘शर्मा’ की नैया तुम पार लगाए,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे।।
सांवरिया सरकार मेरे प्यारे,
कहलाते हो तुम हारे के सहारे,
मेरी जीवन नैया के तुम रखवारे,
शीश के दानी लखदातार हमारे।।
Singer – Ritu Sharma