जब कोई प्रेमी दुःख में होता है,
सांवरिया तब तब रोता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
ये आंसू देख ना पाता है,
ये पल में दौड़ा आता है,
जब कोई प्रेमी दुःख में होता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
सांवरिया तब तब रोता है।।
तर्ज – अपने तो अपने होते है।
कहता है इतिहास यही,
आंसू इनकी कमजोरी है,
कान्हा को बंधन में बांधे,
ये तो वो ही डोरी है,
हार के धीरज कोई खोता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
सांवरिया तब तब रोता है।।
मेरे ऊपर जो ही बीती,
वो ही सबको बतलाई,
जब जब रोया हर आंसू में,
बाबा देता दिखलाई,
चैन से जब तक प्रेमी न सोता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
सांवरिया तब तब रोता है।।
जब कोई प्रेमी किसी भगत का,
संकट दूर भगाता है,
श्याम कहे जो हर मुश्किल से,
हाथ से हाथ मिलता है,
देख बड़ा खुश ये होता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
सांवरिया तब तब रोता है।।
जब कोई प्रेमी दुःख में होता है,
सांवरिया तब तब रोता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
ये आंसू देख ना पाता है,
ये पल में दौड़ा आता है,
जब कोई प्रेमी दुःख में होता है,
सांवरिया तब तब रोता हैं,
सांवरिया तब तब रोता है।।
Singer : Sanjay Mittal