सेठ कहे तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ,
तुम ही बताओ सेठ सांवरे,
हो या तुम दीनो के नाथ,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
तर्ज – रो रो कर फरियाद करा हाँ।
सेठ भरे तेरी हाज़री,
करते हैं तेरा मनुहार,
दीन करें बाबा तेरी चाकरी,
आते दर पर ले परिवार,
एक भरोसा तेरा मुझको,
लाज मेरी है तेरे हाथ,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
मैं जो तुम्हे बुलाना चाहूं,
घर आँगन में मेरे श्याम,
सोच सोच कर मैं शर्माऊँ,
कहाँ बिठाऊंगा तुझे श्याम,
नही बिछाने को है चादर,
नही है सर पर मेरे छात,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
सुदामा के तंदुल भाए,
झूठे बेर शबरी के खाए,
दुर्योधन का महल त्याग कर,
विदुरानी के घर तुम आए
कब आओगे घर तुम मेरे,
‘टीकम’ से तुम करने बात,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
सेठ कहे तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ,
तुम ही बताओ सेठ सांवरे,
हो या तुम दीनो के नाथ,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
सेठ कहे तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ,
तुम ही बताओ सेठ सांवरे,
हो या तुम दीनो के नाथ,
सेठ कहें तुझे सेठ सांवरा,
दीन कहें तुझे दीनानाथ।।
स्वर – सोनू रस्तोगी।