सेठा में सांवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट,
बाकी सब डुप्लीकेट,
मोहन की फोटो सेट,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
सेठ बणीयो एक नरसी मोटो,
भगतां ने वो समझीयो छोटों,
एक समय जब पडीयो टोटो,
सांवल राखी पेठ,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
शिशुपाल सा नामी हारीया,
एक अरज पर गज ने तारीया,
हिरणाकुश सा पापी मारीया,
मामा कंस समेत,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
सारा जग को खातों चालें,
वो दातारी सब ने पाले,
करमा सारू सबने डारै,
कोने लाग लपेट,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
दौ नम्बर का सेठ गणेरा,
वारा होसी नरका में डेरा,
मालूडी या करें सवेरा,
जग अंधियार समेट,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
सेठा में सांवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट,
बाकी सब डुप्लीकेट,
मोहन की फोटो सेट,
सेठा में साँवरो सेठ,
बाकी सब डुप्लीकेट।।
स्वर – जगदीश जी वैष्णव।
प्रेषक – प्रदीप मेहता झाडोल।
94148 30301