नंदी पे असवार शंभू,
शंकर है मतवाले,
भूतो के है संग में रहते,
गले में नाग काले,
भस्म रमियाँ भोले के है,
सारे खेल निराले,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
त्रिलोकी के स्वामी शंकर,
सबसे बड़े महान,
जिनसे चलती सृष्टि सारी,
अदभुद जिनका ज्ञान,
धूनी रमाते भस्म रमाते,
कर देते कल्याण,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
ब्रह्मा विष्णु पूजे जिनको,
ऐसे है दरवेश,
बाघम्बर पहने शिव भोले,
अलग है जिनका वेश,
त्रिनेत्र शिव भोले के है,
अदबुध जिनका भेष,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
नीलकंठ त्रिपुरारी शंकर,
तुम हो मणि महेश,
विपदा सबकी दूर है करते,
देवो के महादेव,
‘शिवम’ भी तेरे गुण है गाए,
काटो सभी कलेश,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
नंदी पे असवार शंभू,
शंकर है मतवाले,
भूतो के है संग में रहते,
गले में नाग काले,
भस्म रमियाँ भोले के है,
सारे खेल निराले,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय।।
Singer & Lyricist – Shivam Sanatani
8814000016