शरण तेरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम,
यहां बनते है बिगड़े काम,
शरण तेंरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम।।
तेरे ही भरोसे,
बाबा मेरा परिवार है,
थाम ले आकर बाबा,
अब सम्भले ना पतवार है,
डूब ना जाऊ,
मैं कही, मैं कही,
बाबा मजधार में,
शरण तेंरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम।।
श्याम नाम की धुन में,
जो मतवाला हो जाए,
छोड़ जगत की माया,
वो श्याम नाम ही गाए,
श्याम भी छोड़े,
ना उसे, ना उसे,
अब तो मझधार में,
शरण तेंरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम।।
श्याम नाम की सेवा,
का पार ना पाया जाए,
‘अभिषेक’ कहे कलयुग में,
जो श्याम नाम को गाए,
बाल भी बांका,
होए ना, होए ना,
उसका संसार में,
शरण तेंरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम।।
शरण तेरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम,
यहां बनते है बिगड़े काम,
शरण तेंरी आया है,
दास घबराया है,
करदे दया तू बाबा श्याम।।
गायक / प्रेषक – अभिषेक शर्मा।
(9782746976)