शिव भोले बम भोले,
ऐ कालो के काल महाकाल।
दोहा – अकाल मृत्यु वो मरे,
जो काम करे चांडाल का,
काल उसका क्या करे,
जो भक्त हो महाकाल का।
शिव भोले बम भोले,
ऐ कालो के काल महाकाल,
शिव भोलें बम भोलें,
मेरे कालों के काल महाकाल।।
शिव समान दाता नहीं,
विपत्ति निवारण हार,
लज्जा मोरी राखियों,
ऐ शिव नंदी के असवार,
भोले-भोले-4,
शिव भोलें बम भोलें,
मेरे कालों के काल महाकाल।।
मस्तक पे चंदा जटा में गंगा,
है शंकर त्रिपुरारी,
हे सशिशेखर डमरू धारी,
नंदी के असवारी,
शिव भोलें बम भोलें,
मेरे कालों के काल महाकाल।।
भेरव रुप कियो शिव धारण,
भव से भार उतारे कारण,
अग्नित भूत प्रेत संग डोले,
बम बम बम शिव बम बम बोले,
शिव भोलें बम भोलें,
मेरे कालों के काल महाकाल।।
शिव भोलें बम भोलें,
ऐ कालो के काल महाकाल,
शिव भोलें बम भोलें,
मेरे कालों के काल महाकाल।।
गायक / प्रेषक – उमेश मुलेवा।
6261240737