शिव शंकर बाबो अमलिडो,
भांगडली घोटाय,
भोला नाथ रे चढ़ाऊँ रे,
अमला माई लहरा लेतो,
जावे बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
माली जी फुलवारी सूं,
थारे लाया फुल हजारी जी,
शिवजी जटा में लीजो धार,
शिवशंकर बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
गुर्जर घर मे गुजरी,
आ गौरी गाय दुआरी जी,
शिवजी रे भाँगडली घोटाय,
शिव शंकर बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
जाटा पर कृपा है भारी,
माया भोला थारी रे,
भोलो भर दिया भंडार,
शिवशंकर बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
तीन त्रिलोकी रो नाथ बाबो,
भोलो है भंडारी जी,
भोला भक्ता ने लीजो तार,
शिवशंकर बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
लिखमाराम अमरपुरा बाबा,
गावे महिमा थारी जी,
थारे चरणा शीश निवाय,
शिवशंकर बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
भांगडली घोटाय,
भोला नाथ रे चढ़ाऊँ रे,
अमला माई लहरा लेतो,
जावे बाबो अमलिडो,
भागंड़ भोलो नाथ रे,
शिव शंकर बाबो अमलिडो।।
– गायक लेखक एवं प्रेषक –
लिखमाराम जी ( अमरपुरा )
संपर्क – 9571747400