श्री बाबोसा का जयकारा,
ये बोल रहा है जग सारा,
जरा प्रेम से बोलो .. होय,
तुम प्रेम से बोलो जयकारा,
जरा जोर से बोलो जयकारा।।
तर्ज – ये देश है वीर जवानों का।
हनुमत के आज्ञाकारी है,
जिन्हें ध्यावे नर और नारी है,
माता छगनी के .. होय,
माता छगनी के दुलारे है,
बाबोसा पालनहारे है।।
ये वीर बड़े है बलशाली,
ये देव महा शक्तिशाली,
इनकी शक्ति का .. होय,
इनकी शक्ति का क्या कहना,
भक्ति इनकी करते रहना।।
मंजू बाईसा के उपकारी,
दी शक्ति इनको है सारी,
ये संकट सबके .. होय,
ये संकट सबके हरते है,
पूरी ये मुरादे करते है।।
‘दिलबर’ बड़े दिलदार है ये,
भक्तो की नैया पार करे,
आओ मिलकर हम .. होय,
आओ मिलकर गुणगान करे,
श्री बाबोसा का ध्यान धरे।।
श्री बाबोसा का जयकारा,
ये बोल रहा है जग सारा,
जरा प्रेम से बोलो .. होय,
तुम प्रेम से बोलो जयकारा,
जरा जोर से बोलो जयकारा।।
गायक – देव बाम्बीवाल।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365