श्री जोतराम भगवान बुलावे,
नोमी का दिन आया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
तर्ज – घाटे के माह आग्या बाबा।
भनीण गाम मैं बैठ गया यो,
सबके संकट काटै,
जो भी दुखिया दर पै आवै,
नही किसे नै नाटै,
यो सबके दिल नै डाटै सै,
जिनै चरणा शीश झूकाया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
झूठ कपट बेईमानी का उरै,
चलता नही रै चारा,
एक हाथ मैं डोगा सै,
भुता की रेल बणा रया,
यो कलियूग के मह छा रया सै,
जग भला करण नै आया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
मन मन्दिर मैं देख बुलाकै,
खड्या पास में पावै,
मन चाहया फल पावैगा,
यो कति ना दर लगावै,
एक हेल्ले पै दोडया आवै,
जिन्नै सच्चे मन तै ध्याया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
गुरु सूरज शरण के चरणा में,
मनै मिलग्या सही ठिकाणा,
संजीव टोहाणे आला चाहवै,
दिल तै भजन सुणाणा,
आजाद भगत के मुख तै बाबा,
पर्चा सही बताया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
श्री जोतराम भगवान बुलावे,
नोमी का दिन आया,
मास भादवा मेला प्यारा,
सबके दिल नै भाया।।
लेखक / गायक – संजीव टोहाना।
9896578391