कलयुग के देव कहाते,
और सफल बनाते काम,
मुश्किल को सरल बनाते,
माँ अंजनीसुत बलवान,
सब मंगलमय कर देते,
मारुतिनंदन भगवान,
श्री राम भक्त कहलाते,
जय जय बजरंग हनुमान,
श्री राम भक्त कहलातें,
जय जय बजरंग हनुमान।।
तर्ज – कितना हसीन चेहरा।
चाहे काम जो कोई कर ना पाये,
पलभर में हनुमत उसको कर जाये,
हैं बलकारी ये ब्रम्हचारी,
शक्ति इनकी सबपे भारी,
फाड़ के अपना सीना,
दिखलाये श्री राम,
सिंह के जैसे गरजे,
बोले जय सियाराम,
तब माना लंकेशपति ने,
सच्चा राम का दास,
श्री राम भक्त कहलातें,
जय जय बजरंग हनुमान।।
जब बाण से घायल,
लक्ष्मण जी पड़े थे,
तब नर मानव सब,
संकट में पड़े थे,
है कौन यहां बलवान जो,
रात में द्रोणागिरी को जाये,
लाकर के संजीवन बूटी,
लक्ष्मण के प्राण बचाये,
जय जय बजरंगी आये,
श्रीराम को शीश झुकाए,
पाकर आज्ञा बजरंगी,
पवन वेग उड़ जाए,
चीर के सब बाधाएं पवनसुत,
लाए संजीवन दान,
श्री राम भक्त कहलातें,
जय जय बजरंग हनुमान।।
कलयुग के देव कहाते,
और सफल बनाते काम,
मुश्किल को सरल बनाते,
माँ अंजनीसुत बलवान,
सब मंगलमय कर देते,
मारुतिनंदन भगवान,
श्री राम भक्त कहलाते,
जय जय बजरंग हनुमान,
श्री राम भक्त कहलातें,
जय जय बजरंग हनुमान।।
Singer / Lyrics – Mukesh Kumar
9660159589