श्री राम की सेवा में रहे,
देखो आठों याम,
ये अंजनी का लाल,
जपे एक यही नाम,
रघुपति राघव राजा राम।।
तर्ज – दे दी हमें आजादी।
श्री राम का प्यारा है,
ये सीता का दुलारा,
इसने हर एक सांस पे,
सियाराम उचारा,
सेवक है ये अनोखा,
जो करता नहीं आराम,
ये अंजनी का लाल,
जपे एक यही नाम,
रघुपति राघव राजा राम।।
सागर को लांघना हो या,
लंका को जलाना,
पर्वत को उठाना हो या,
लक्ष्मण को बचाना,
पल में मिटा दी मुश्किलें,
जितनी भी थी तमाम,
ये अंजनी का लाल,
जपे एक यही नाम,
रघुपति राघव राजा राम।।
श्री राम की सेवा में रहे,
देखो आठों याम,
ये अंजनी का लाल,
जपे एक यही नाम,
रघुपति राघव राजा राम।।
स्वर – रेशमी जी शर्मा।