श्याम बाबा आया हूँ मै,
तर्ज – परदेसी परदेसी।
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मै,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से,
ओ ऐहलवती का प्यारा देना सहारा,
मुश्किलो से ढूंडा मैंने तेरा ये द्वारा,
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मैं,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से।।
खाटुवाले श्याम तुम्ही कहलाते हो,
संकट मे बस काम तुम्ही तो आते हो,
दान शीश का तुम ही देने वाले हो,
लीले घोड़े वाले देव निराले हो,
ओ ऐहलवती का प्यारा देना सहारा,
मुश्किलो से ढूंडा मेने तेरा ये द्वारा,
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मैं,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से।।
हरदम तेरा ध्यान लगन मुझे तेरी है,
श्याम नाम की माला हमने फेरी है,
दीनानाथ दयालु बेड़ा पार करो,
काम क्रोध मोह लोभ दुर अज्ञान करो,
ओ ऐहलवती का प्यारा देना सहारा,
मुश्किलो से ढूंडा मेने तेरा ये द्वारा,
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मैं,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से।।
खाटु जेसा देखा कोई धाम नही,
श्याम नाम सा पावन जग मे नाम नही,
‘लख्खा’ को तेरी भक्ति सिवा कोई काम नही,
करले भजन ए ‘सरल’ तु लगता दाम नही,
ओ ऐहलवती का प्यारा देना सहारा,
मुश्किलो से ढूंडा मेने तेरा ये द्वारा,
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मैं,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से।।
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मै,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से,
ओ ऐहलवती का प्यारा देना सहारा,
मुश्किलो से ढूंडा मैंने तेरा ये द्वारा,
श्याम बाबा श्याम बाबा आया हूँ मैं,
बड़ी दुर से बड़ी दुर से।।
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