श्याम बाबा की जयकार,
बोलो जी बोलो,
लीले वाले की जयकार,
बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
खाटू वाले श्याम धणी की,
महिमा जग में न्यारी,
जिसका नहीं कोई जगत में,
उसके श्याम बिहारी,
चाहे नर हो चाहे नार,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
अहलवती का लाल देखने,
महाभारत रण आया,
शीश दान दे श्री कृष्ण को,
श्याम नाम वर पाया,
इनकी महिमा अपरम्पार,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
पहन केसरिया बागा बाबा,
लीले करे सवारी,
तीन बाण काँधे पे सोहे,
हाथ ध्वजा है प्यारी,
बाबा लीले असवार,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
शीश के दानी महा बलवानी,
बाबा श्याम हमारे,
शरणागत के भाव देखकर,
बनते श्याम सहारे,
‘नंदू’ मांगो इनसे प्यार,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
श्याम बाबा की जयकार,
बोलो जी बोलो,
लीले वाले की जयकार,
बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो,
बोलो जी बोलो बोलो जी बोलो।।
स्वर – महाराज श्री श्याम सिंह जी चौहान।
अति उत्तम
Bhajan bahut Pyara Hai Ek Hi bar Mein Mere Ko Yad Ho Gaya Baba aap sab ke upar बहुत-बहुत Kripa banae rakhen Jay Shri Shyam