पर्दे के पीछे छुपकर बैठा,
मंद मंद मुस्काए,
श्याम दर्शन तो दे दो,
माना के तेरा रूप सुहाना,
क्यों इतना इतराए,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
तर्ज – मिलो ना तुम तो।
दीवाने बाबा श्याम के,
लेकर आए है निशान जी,
ओ जी श्याम जी,
दर्शन को अखियां प्यासी,
दर्शन देकर करो निहाल जी,
ओ जी श्याम जी,
एडी उठा उठा कर रहे तेरा दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
पर्दा हटा जो तेरा,
देखि ऐसी प्यारी सूरत जी,
ओ जी श्याम जी,
अंखियों से आंसू छलके,
मोहिनी ऐसी प्यारी मूरत जी,
ओ जी श्याम जी,
सुध बुध खो बैठे है हम तो,
हुआ जो तेरा दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
नजर उतारू कैसे,
इतना बता दो मेरे श्याम जी,
ओ जी श्याम जी,
काजल डिबिया लेकर करना,
इतना मेरा काम जी,
ओ जी श्याम जी,
काला टीका लगाके मुख पे,
देना सबको दर्श,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
‘मंगत’ दीवाना तेरा,
‘बृजमोहन’ भी आया साथ जी,
ओ जी श्याम जी,
तुमको करूं क्या अर्पण,
आए हम तो खाली हाथ जी,
ओ जी श्याम जी,
तू है दयालु तू है कृपालु,
हम बालक अनजान,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
पर्दे के पीछे छुपकर बैठा,
मंद मंद मुस्काए,
श्याम दर्शन तो देदो,
माना के तेरा रूप सुहाना,
क्यों इतना इतराए,
श्याम दर्शन तो दे दों।।
Singer – Mangat Nanda Brijmohan