श्याम धणी की कृपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा,
बाबा श्याम हमारा,
बाबा श्याम हमारा,
बाबा श्याम हमारा,
मेरे हर पल संग में होएगा,
श्यामधणी की किरपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा।।
ये दुनियाँ तो मतलब की है,
बाबा श्याम हमारा है,
हार के जो भी खाटू आता,
बनता उसका सहारा है,
हार के मैं भी आई,
हार के मैं भी आई,
हार के मैं भी आई,
बाबा जीत दिला के छोड़ेगा,
श्यामधणी की किरपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा।।
चलते चलते इक दिन बाबा,
हम भी खाटू आएंगे,
रींगस से पैदल चल कर के,
हम भी निशान उठाएंगे,
संग संग चलेगा श्याम हमारे,
संग संग चलेगा श्याम हमारे,
संग संग चलेगा श्याम हमारे,
कभी भी साथ ना छोड़ेगा,
श्यामधणी की किरपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा।।
कहे ‘अमित’ तू अब चल खाटू,
क्या रखा इस दुनियां में,
‘खुशी’ भी गाती श्याम की महिमा,
तू भी गाले मस्ती में,
कलयुग का ये देव निराला,
कलयुग का ये देव निराला,
कलयुग का ये देव निराला,
अंग संग मेरे होएगा,
श्यामधणी की किरपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा।।
श्याम धणी की कृपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा,
बाबा श्याम हमारा,
बाबा श्याम हमारा,
बाबा श्याम हमारा,
मेरे हर पल संग में होएगा,
श्यामधणी की किरपा से,
सब अच्छा ही अच्छा होएगा।।
गायिका – बावरी खुशी (राजपुरा,पंजाब)
गीतकार – अमित सागर (राजपुरा, पंजाब)
8360252008