श्याम का भरोसा जिसे,
नही घबराता है,
हारे का सहारा श्याम,
लाज बचाता है।।
तर्ज – तेरे जैसा यार कहाँ।
जिसने भी जोड़ा नाता,
उसका बना ये दाता,
सारे जमा खर्च का,
ये ही संभाले खाता,
उससे कोई चिंता नही,
मौज उड़ाता है,
हारे का सहारा श्याम,
लाज बचाता है।।
टूटी भले हो नैया,
घनश्याम है खिवैया,
अंधे की लाठी बनता,
मेरा साँवरा कन्हैया,
प्रेमियो का मान रखे,
लाड़ लड़ाता है,
हारे का सहारा श्याम,
लाज बचाता है।।
चाहे जग बैरी होवे,
ना बाल बांका होवे,
विष अमृत में ढल जाता,
पानी में पत्थर तेरे,
भगत पुकारे तो,
ये दौड़ा दौड़ा आता है,
हारे का सहारा श्याम,
लाज बचाता है।।
श्याम का भरोसा जिसे,
नही घबराता है,
हारे का सहारा श्याम,
लाज बचाता है।।
स्वर – करिश्मा चावला।